अर्पणा अप्सरा साधना /Arpana Apsra Sadhna
अप्सरायै वेसे सभी सुन्दर होती है
और सभी साधक की मनोकामना भी पूरी करती है
लेकिन अपना तन मन सब कुछ अर्पण करने वाली केवल एक ही अप्सरा है जिसका नाम है अर्पणा अप्सरा
आज मे आपको अर्पणा अप्सरा की साधना करने की विधि दे रहा हू
इसे करके आप लोग अपने भौतिक जीवन को खुशियो से भर लेगे

साधना विधि
ये साधना चन्द्र ग्रहण , रवि पुष्य , गुरू पुष्य , या किसी भी शुक्ल पक्ष के शुक्र वार से शुरू कर सकते है
इस साधना के लिये रात्रि काल दस बजे नहा धोकर सफेद वस्त्र पहन कर उत्तर मुख होकर लाल आसन पर बैठे
सामने घी का दीपक लगाये गुलाब की अगरबत्ती जला ये
सबसे पहले गुरू गणेश इष्ट कुल देव पितरों स्थान देव को भोग दे पूजा दें
उसके बाद देवराज इन्द्र की पूजा दें
और सभी से सफलता की कामना करें
फिर दाहे हाथ मे चावल लेकर अर्पणा अप्सरा का प्रेमिका रूप मे आवाहन करें
और बायी ओर लाल आसन पर उन चावल को छोड दें
उसे बैठने को कहें
फिर उसकी चन्दन ,धूप दीप गुलाब के पुष्प , गुलाब के इत्र से पूजा करें
सफेद मिठाई का भोग दें
पानी दें

फिर अप्सरा से बाते करें
उसके बाद शंख की माला से मंत्र का २१ माला का जाप करें
जाप के बाद वही कमरे मे सोये
ये सा लगातार २१ दिन तक करें
२१ वे दिन अप्सरा के प्रत्यक्ष होने पर माला पहना कर वचन लेले
इस साधना मे पहले दिन ही पॉचवी माला से अनुभव होने शुरू हो जाते है
ये अनुभव गुप्त रखने चाहिये
अप्सरा सिद्ध करके आप उससे कैसा भी कार्य करवा सकते है जो सही हो पॉजिटिव हो
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