एंजल साधना /Angel Sadhna
दुनिया मे कई धर्म है और सभी धर्म किसी ना किसी शक्ति को मानते पूजते आ रहे है
जिनमे से भूत प्रेत जिन वेताल परी अप्सरा ये देव राक्षस और बहुत योनियॉ है
इनमे से ही एक होते है एंजल
जो मनुष्यों की रक्षा करते है
और उनकी हेल्प करते है
देव दू तो , फरिस्तो की तरह ही इनकी मान्यता होती है
साधना विधि
शुक्रवार को रात दस बजे नहाकर सफेद कपडे पहने
पश्चिम मुख होकर बैठे सफेद कपडे के आसन पर
अपने चारो ओर चारो दिशा ओ मे एक एक मोमबत्ती जला ले यानि आसन के कोने पर
ध्यान रखे मोमबत्ती इतनी बडी हो कि दो घन्टे लगातार जल जाये
सामने एक पांचवी मोमबत्ती जला लें
किसी उपलें पर थोडी गूगल लोभान सुलगा लें
सुखासन मे बैठे
सबसे पहले गुरू से प्रार्थना करें साधना की आज्ञा लें
फिर ईसामसीह से सफलता के लिये प्रार्थना करें
फिर आसपास मौजूद सभी फरिस्तो देव दूतो से प्रार्थना करें
फिर एंजल का आवाहन करें
उसे मीठाई का भोग दें
इस साधना मे कोई भी किसी भी तरह का पूजन पाठ नही देना केवल मिठाई का भोग देना है
गुरू को ईसामसीह
बाकी सभी को
पॉच अगरबत्ती जला लेना
याद रखना इस साधना मे सफलता प्रार्थना पर टिकी है
इसलिये सभी से आराम से प्रार्थना करें
उसके बाद एंजल के मंत्र का बिना माला केवल दो घन्टे तक जाप करें
जाप के दौरान जो भी अनुभूति हो वो सिर्फ गुरू को बतायें
जाप के बाद वही उसी कमरे मे सो जाये
ये साधना लगातार २१ दिन करें
एंजल के सामने आने पर वचन लें लें
बस आपकी साधना पूरी हुयी
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महाकाली तंत्र शक्ति साधना केन्द्र
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