चिराग के जिन्न की साधना Chigrag Ki Jinnha Ki Sadhana

चिराग के जिन्न की साधना Chigrag Ki Jinnha Ki Sadhana


हमने अलादीन के जादुई चिराग के बारे मे बहुत सुना और पढा भी होगा
मूवी मे देखा भी होगा


ये सब देख  कर मन होता है कि ये चिराग मिल जाये तो मजा आ जाये लेकिन ये सिर्फ कहानी है कहकर मन मसोस कर रह जाते है येसा सिर्फ कहानियो मे होता है कि जो इच्छा हुयी वो तुरन्त पूरी हो जाये

जी नही
अगर मे ये कहू कि ये चिराग सच मे होते है और आप इसे साधना से पा सकते है तो आप लोग चौंक जायेगे कि ये सच नही है

लेकिन यकीन मानिये ये १०० फीसदी सच है
 
साधना द्वारा जिन्न को चिराग मे सिद्ध किया जाता है
और जब आवश्कता के समय चिराग को रगडने पर वो जिन्न हाजिर हो कर तुम्हारी इच्छा पूरी करता है

ये विधान पूर्ण रूप से गुप्त रहते आये है और गुरू शिष्य की प्रणाली मे दिये जाते है इस संकल्प के साथ कि इसका गलत उपयोग नही होगा और केवल योग्य शिष्य को ही ये साधना बतायी जाये


इस साधना से जिन्न बहुत क्रोध मे आकर हाजिर होता है
और बहुत ज्यादा साधना के समय भय दिखाता है
क्योकि इस साधना मे जिन्न को जबरदस्ती बुलाकर काम करवाया जाता है
साधना से लाभ

ये जिन्न कोई भी वस्तु मंगा सकते है किसी के बारे मे पता लगाकर बता देते है
रक्षा करते है
और बहुत धन लाभ कराते है
और बहुत सारे चमत्कार साधक जिन्न की शक्ति से दिखा सकता है

चिराग के जिन्न की साधना Chigrag Ki Jinnha Ki Sadhana

साधना विधान

ये साधना शुक्रवार रात 11 बजे से की जाती है
साधक सफेद कपडे पहन सफेद मुसलमानी टोपी लगा हरे कपडे पर पैरो को  मोडकर बैठे मुख पश्चिम की ओर रखे
अपने चारो ओर सुरक्षा घेरा बना ले
सामने चमेली के तेल से  एक पीतल के चिराग को जला कर रखे

पॉच अगरबत्ती लगाये गुरू पूजन करे
फिर जिन्नो के बादशाह की पूजा करे
उसके बाद चिराग के जिन्न को बुलाये फिर उसकी पूजा करे
 सेन्ट का फाया , पचमेल मिठाई , पॉच गुलाब के फूल , लोभान की धूप , पॉच अगर बत्ती से पूजा करे

फिर मंत्र का दो माला का जाप करे मंत्र लम्बा है
एक सवा घण्टे मे हो जाती है दो माला

माला तशबी या काले हकीक की होनी जरूरी है
ये प्रयोग सात दिन करे सातवे दिन जब जिन्न प्रकट होगा तो डरायेगा डरना मत उससे चिराग मे रहने और अपना काम करने का वचन लेले

साधना के लिये एकांत कमरा आवश्यक है
ब्रह्मचर्य से रहना है और बाकी के सभी मुस्लिम साधनाओ के नियम करने होगे
माला बाये हाथ से उल्टी घुमानी है
साधना से पहले वजू करना है
़मुस्लिम पाक होने के मंत्र से पाक होना है
इसमे वेसे कोई विशेष सामग्री की आवश्यकता नही है
लेकिन ये जिन्न के उग्र रूप की साधना है
़ये साधना उग्र साधनाओ मे आती है  थोडी चूक खतरनाक हो सकती है

ये साधना अनोखी है और इसके विधान केवल चुनिंदा लोगो के पास है

अपने गुरू महाराज जी की कृपा से मे उन भाग्यशाली लोगो मे से एक हू

गुरूदेव की बहुत कृपा है कि इस साधना का विधान मंत्र मेरे पास है
काफी बडा मंत्र है

जिस किसी को ये साधना करनी हो वो सम्पर्क कर सकता है

महाकाली तंत्र शक्ति साधना केन्द्र द्वारा जनहित मे जारी